भारत में गतिशीलता के भविष्य पर सीआईआई ने किया सम्मेलन का आयोजन
भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा भारत में भविष्य की गतिशीलता के लिए आधुनिक ऑटोमोटिवतकनीक विषयco पर नई दिल्ली में आयोजित सम्मेलन में ऑटोमोबाइल क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वाराभारत में गतिशीलता के भविष्य पर विचार-विमर्श किया गया।
सम्मेलन का आरंभ करते हुए इसके अध्यक्ष व मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड के कार्यकारीसलाहकार एमएम सिंह ने कहा कि भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र को ग्राहक की लगातारबदलती मांग और नवीन प्रौद्योगिकियों के कारण पैदा हुई चुनौतियों पर विचार करने कीजरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार वाहनों के प्रदूषण को रोकने के लिए लगातार नए नियमोंके साथ आ रही है। हम सभी को इस चुनौती को एक मौके के रूप में बदलने के लिए हाथमिलाने की जरूरत है।
सम्मेलन के सह-अध्यक्ष तथा होंडा कार लिमिटेड के परिचालन प्रमुख-विनिर्माण, न्यू मॉडलऔर गुणवत्ता नावीद शौकत तालिब ने उन्नत विनिर्माण प्रौद्योगिकियों के माध्यम सेप्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के विषय पर सहभागियों को संबोधित किया। उन्होंने उल्लेखकिया कि एएमटी उत्पादन और प्रक्रियाओं में सुधार के लिए नवीन प्रौद्योगिकी उपयोगी है।एएमटी के लाभों को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि इससे तेजी से नए उत्पादों को लाना, गुणवत्ता में सुधार, लागत में कमी और दूसरों से तेज विकास हो सकता है।
ऑटोडैस्क (भारत और सार्क) के प्रबंध निदेशक प्रदीप नायर ने भविष्य की तैयारी विषय परप्रेजेंटेशन दी। प्रेजेंटेशन में तीन मुख्य चरण बताए गए जो स्टूडियो ऑफ फ्यूचर, डिज़ाइन सेइंजीनियरिंग और उत्पादों की मार्केटिंग हैं।
अपने संबोधन में सीआईआई हरियाणा स्टेट काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष तथा एसीएमए औरसीएमडी, मार्क एक्ज़ोस्ट सिस्टम्स लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष रतन कपूर ने इलेक्ट्रिकमोबिलिटी पर एक विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारे देश में ई वाहनों को सफलबनाने के लिए सहायक बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करना बेहद जरूरी है।
हीरो मोटो कोर्प लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक-ऑपरेशंस विक्रम कासबेकर ने कहा कि हमबीएस ४ उत्सर्जन मानदंडों से बीएस ६ की ओर बढ़ रहे हैं और साथ ही ई गतिशीलता केलिए चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि ई गतिशीलता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिएसरकार को स्थिर और टिकाऊ नीतियां तैयार करने की जरूरत है। भारत में आर एंड डी केनिर्माण और डिजाइन सुविधाओं को इन हाऊस स्थापित करने की आवश्यकता है।
ऑटोमोटिव सेक्टर लीडर, भारत, डेलाइट टॉच तेहमात्सु इंडिया एलएलपी के पार्टनर राजीवसिंह ने सम्मेलन के थीम पर प्रेजेंटेशन दी। अपनी प्रेजेंटेशन में उन्होंने कहा कि विश्व स्तर परउपभोक्ता तेजी से यात्रा करना चाहते हैं, यात्रा का प्रभावी ढंग से उपयोग करना और आरामसे अपने गंतव्य तक पहुंचना चाहते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब इन सभी तीनोंजरूरतों को ध्यान में रखा जाएगा तो इसे टिकाऊ गतिशीलता कहा जाएगा है।
सीआईआई हरियाणा राज्य परिषद के अध्यक्ष और जेबीएम समूह के कार्यकारी निदेशकनिशांत आर्य ने अपनी टिप्पणियों के साथ ही सम्मेलन को संपन्न करते हुए धन्यवाद प्रस्तावरखा। सम्मेलन के दौरान सीआईआई-डेलोइट रिपोर्ट जारी की गई जिसका शीर्षक फोर्सऑफ चेंज: द फ्यूचर ऑफ मोबिलिटी इन इंडिया रहा।
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